Monday, August 6, 2007

RAKHI SAWANT INTELLECTUAL SHOW

राखी सावंत का इंटेलेक्चुएल शो

आलोक पुराणिक

टीवी पर भूत-प्रेत बहुत आ रहे हैं, कुछ इंटेलेक्चुएल टाइप मांगता है। चालू चैनल के बास लोग परेशान हैं।

सर अलाने प्रोफेसर न्यूक्लियर मामलों के एक्सपर्ट हैं, चलेंगे।

नहीं, उन्हे कौन देखना चाहता है। रिजेक्ट।

सर फलाने प्रोफेसर अमेरिकन पालिटिक्स के एक्सपर्ट हैं, अमेरिकन पालिटिक्स पर डिस्कशन के लिए वो चलेंगे।

नहीं, कौन देखना चाहता है, उन्हे। रिजेक्ट।

सर देखना तो पब्लिक राखी सावंत को चाहती है, तो क्या अमेरिकन पालिटिक्स पर उनके विचार रखें-एक एंकर खुंदकायमाभाव में चिरपिरा रहा है।

राइट ग्रेट सजेशन, ग्रेट। तुम कभी-कभी इंटेलीजेंट बात करते हो-बास ने कहा।

सो साहब, राखी सावंत देश-विदेश की ज्वलंत समस्याओं पर बातचीत करने के लिए आमंत्रित हैं।

एंकर-प्लीज ये बतायें कि महिलाओं का अब क्या स्थान है, देश में, विदेशों में।

राखीजी- देखिये मुझसे आप इतने महत्वपूर्ण विषयों पर सवाल पूछ रहे हैं, इससे साफ होता है कि मेरा क्या महत्व है। उधर देखें, अमेरिका में हिलेरी क्लिंटन टाप पोजीशन पर जा रही हैं। आपको पता है कि उन्होने दस महिलाओं को सिर्फ इस काम में लगा रखा है कि वो महिलाओँ के वोट हिलेरी की तरफ खींच कर लायें। हां,, यह अलग बात है करीब बीस महिलाओं को इस बात की चौकसी करने के लिए लगा रखा है कि कहीं उनके पति बिल क्लिंटन उन महिलाओँ को खींचकर नहीं ले जायें। इस तरह से हिलेरी क्लिंटन ने कितनों को रोजगार दिया हुआ है। मैं इस मौके पर बिल क्लिंटन को भी उनके कैरेक्टर के लिए धन्यवाद करती हूं।


एंकर-प्लीज आप ये बताइए कि भारतवासी खुश कैसे रहें। गरीबी
, तनाव, टेंशन के बावजूद खुश कैसे रहें।

राखीजी-देशवासियों को हमसे सीखना चाहिए कि कम में भी खुश रहा जा सकता है। आप देखिये, कितने कम कपड़ों के बावजूद फिल्म वाले हंसते-मुस्कुराते रहते हैं। आपने वो किस्सा नहीं सुना कि मुंबई की एक फिल्म एक्ट्रेस एक रुमाल लेकर एक टेलर के पास गयी और कहा कि इसमें से मेरे लिए दो ड्रेस सिल दो। टेलर ने कहा-मैडम ड्रेस तो सिल जायेंगी, पर यह बताइए कि जो कपड़ा बचेगा,उसका क्या करना है।


एंकर-पर इस तरह की ड्रेसों से और तमाम तरह की समस्याएं खड़ी हो जायेंगी। कानून और व्यवस्था की समस्याएं पैदा हो जायेंगी।

राखीजी-देखिये मैं खुश रहने की एक्सपर्ट हूं, अभी मैं आपको कम में खुश रहना सिखा रही हूं। ला ऐंड आर्डर के मसले दूसरे एक्सपर्ट देखेंगे।


नहीं, राखीजी ला एंड आर्डर की एक्सपर्ट बना कर भी हम आपको ही बुलायेंगे अगले शो में-बास ने डिक्लेयर कर दिया है।

लेटेस्ट खबर है कि शो सुपर-डुपर हिट रहा है।


मिलते हैं ब्रेक के बाद, नये शो में राखीजी को ला एंड आर्डर एक्सपर्ट के तौर पर पेश किया जायेगा।

आलोक पुराणिक मोबाइल-09810018799

8 comments:

Arun Arora said...

कृपया फ़ोटो के साथ ही इंटरवियू छापे.और बकी ज्वलंत स्मस्यायो पर जैसे मल्लिका जी मलईका जी वगैरा का भी वियू देने का कष्ट करे...

काकेश said...

आपने फोटू भी नही दिया जी.उसी आस में तो हम आये थे. चलिये ब्रेक के बाद दिखाइये. वैसे कुछ रुमाल मेरे पास भी हैं आप टेलर का पता बताइये...कुछ कपड़े सिलाने हैं..

Gyan Dutt Pandey said...

रक्षाबन्धन आने वाला है. उसके सन्दर्भ में आप यह सीरीज लिख रहे हैं क्या? आपके लेखों में यही पिरपिराहट होती है सन्दर्भ समझ सकें तब तक पोस्ट खतम!
और ये किस राखी की बात कर रहे हैं. विकी में कोई सही रेफरेंस नहीं मिल रहा.
:)

Udan Tashtari said...

फोटो तो छापों. और ज्ञान जी की बात सुनें, राखी आने वाली हैं. बड़ी गुढ बात कह गये..हा हा!!! सन्दर्भ समझ सकें तब तक पोस्ट खतम!
..गजब!!! बहुत सही है.

36solutions said...

अभी तो राखी का आवाहन मात्र किया है जी देखिये आगे पुराणिक महोदय क्‍या करते हैं । और आप लोग कहेंगे ही ना बहन बनाने के लिए क्‍यों बनाये भई जइसे आप मुरीद वईसे हम मुरीद काकेश भाई के रूमाल से बने टाप में लिपटी राखी ।

“आरंभ” संजीव का हिन्‍दी चिट्ठा

Sanjeet Tripathi said...

ह्म्म्म, राखी नज़दीक आते ही हर बात में याद आ रही है राखी, देखो कक्का कहीं कलाई में ही ना बंध जाए राखी फ़िर काहे का लॉ-एन्ड-ऑर्डर एक्स्पर्ट!!

वैसे राखी को पंगा एक्स्पर्ट के रुप में लाना सबसे ज्यादा सही होगा!

बोधिसत्व said...

भाई आलोक जी
त्रिलोचन जी का संपर्क सूत्र मिल गया है-बताएं कि कैसे आगे बढ़ना है। कोलकाता के मांधाता सिंह का संदेश चिपका रहा हूँ।

भाई बोधिसत्व जी
नमस्कार
दो तीन दिन से कंप्यूटर नहीं खोला था, इसीलिए आपको जवाब नहीं दे पाया। क्षमा चाहूंगा। त्रिलोचनजी के पोते मनु का मोबाइल नंबर दे रहा हूं। उम्मीद करता हूं कि मनु से ही त्रिलोचनजी के बेटे अमितजी और बहू ऊषाजी से संपर्क का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। कोई दिक्कत पेश आए तो बेहिचक मुझसे फिर संपर्क साधिएगा। मैं हर पल मुंतजिर हूं आपकी खातिर। बातचीत में आसानी के लिए मनु से मेरा जिक्र कर सकते हैं। मैं जनसत्ता कोलकाता में कार्यरत हूं और मनु भी यहीं कोलकाता में ही हैं। त्रिलोचन जी की महादशा को शायद आपने बेहद संजीदगी से महसूस किया है। आपकी कविता और अब उनके परिजनों की खोज ही इसकी सबसे बड‌ी गवाह है। बेहद आशान्वित हूं कि बोधिसत्व का यह कोशिश हिंदी साहित्य जगत को कुछ तो रोशनी दे सकेगी। धन्यवाद।
मनु का फोन नंबर--- ०९८३०७६६२९९, ०९४३३३५५१३२
अमितजी का फोन नंबर---०९८६८३१८५५२
मान्धाता सिंह
कोलकाता
फोन--०३३-२५२९२२५२

अनूप शुक्ल said...

अगला लेख लिखने से पहले बचे रूमाल का हिसाब बताया जाये।