tag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post5894984800950359277..comments2023-11-03T18:29:07.380+05:30Comments on alokpuranik: गायब गोल्डन चिड़ियाALOK PURANIKhttp://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-14399392853816304612007-08-13T17:28:00.000+05:302007-08-13T17:28:00.000+05:30इसे कहते है, ‘देशभक्ति का अर्थशास्त्र’...सारी समस्...इसे कहते है, ‘देशभक्ति का अर्थशास्त्र’...सारी समस्या इसी के चलते हुई...साल भर जिन कैसेट्स को कोई नही पूछता, इस मौसम मे न सिर्फ बाहर आ जाते है, बल्कि बजने भी लगते है...Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-74484560563997786832007-08-13T15:47:00.001+05:302007-08-13T15:47:00.001+05:30@ ज्ञान दादा आज कृपया इनवर्टर को चार्ज कर टिपियाने...@ ज्ञान दादा आज कृपया इनवर्टर को चार्ज कर टिपियाने के लिये बचाये रखा करे..खामखा १० बजे टिपिया कर भी उछल रेहे है सारे..:)<BR/>गुरुदेव आप जरा दो चार दिन को क्लास मेरे हवाले करो..ये बच्चे फ़िर आपसे पंगा लेना भूल जायेगे..<BR/>इन्हे मेरे जैसा गुरु चाहिये लगता है ,बिना मतलब रोज गुरु की हर बात मे पंगा लेते रहते है..:)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-24829352740780285102007-08-13T15:47:00.000+05:302007-08-13T15:47:00.000+05:30@ ज्ञान दादा आज कृपया इनवर्टर को चार्ज कर टिपियाने...@ ज्ञान दादा आज कृपया इनवर्टर को चार्ज कर टिपियाने के लिये बचाये रखा करे..खामखा १० बजे टिपिया कर भी उछल रेहे है सारे..:)<BR/>गुरुदेव आप जरा दो चार दिन को क्लास मेरे हवाले करो..ये बच्चे फ़िर आपसे पंगा लेना भूल जायेगे..<BR/>इन्हे मेरे जैसा गुरु चाहिये लगता है ,बिना मतलब रोज गुरु की हर बात मे पंगा लेते रहते है..:)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-74929886293935098012007-08-13T11:46:00.000+05:302007-08-13T11:46:00.000+05:30समीरजी बिल्कुल सही हैं ( वैसे भी गलत कह कर महत्वपू...समीरजी बिल्कुल सही हैं ( वैसे भी गलत कह कर महत्वपूर्ण टिप्पणीकार को कौन नाराज करेगा!). पण्डित पुराणिक के शिष्य ज्यादा चण्ट हैं या ज्यादा घोंचू. पुराणिक अपने सुकून की देखें! :)<BR/>और आज हमारे घर बिजली नहीं थी तो श्रीश तथा संजीत ज्यादा उछल रहे हैं!<BR/>फुरसतिया कहां हैं? अपनी टिप्पणी चिठ्ठाचर्चा में ही करने लगे शायद. हमारे ब्लॉग पर भी नहीं दिख रहे!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-38347960303476371892007-08-13T11:44:00.000+05:302007-08-13T11:44:00.000+05:30बात अच्छी है पर मुझे नहीं लगता आज के टी.वी. के जमा...बात अच्छी है पर मुझे नहीं लगता आज के टी.वी. के जमाने में आदमी इतनी हिन्दी नहीं समझता. पिछले दिनो फरहान अख्तर की विदेशी बीवी के बारे में सुना कि उसके बच्चों ने टी वी से हिन्दी सीखी और अपनी माँ को भी सिखा दिया.बसंत आर्यhttps://www.blogger.com/profile/15804411384177085225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-71288123913604870492007-08-13T10:48:00.000+05:302007-08-13T10:48:00.000+05:30This comment has been removed by the author.Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-5300764421945113642007-08-13T08:40:00.000+05:302007-08-13T08:40:00.000+05:30आप अब कान खोल कर सुनें-आप गलत स्कूल में फँस गये है...आप अब कान खोल कर सुनें-आप गलत स्कूल में फँस गये हैं. तुरंत नौकरी छोडें और नया अड्डा तलाशॆं इसमें गाँव की महक हो. तन्खाह कम होगी मगर शुकुन ज्यादा. बताना जरा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-15759632445998137982007-08-13T08:02:00.000+05:302007-08-13T08:02:00.000+05:30सर जी गोल्डन चिडिया के बारे में वो नहीं समझेंगे आ...सर जी गोल्डन चिडिया के बारे में वो नहीं समझेंगे आप उन्हें ‘बिग एप्पल’ के बारे में समझाइये जल्दी समझ जाएंगे ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-86923640072099353152007-08-13T07:30:00.000+05:302007-08-13T07:30:00.000+05:30आज का आलम ज़ारी रहा तो आपकी यह पोस्ट सच मे कुछेक दश...आज का आलम ज़ारी रहा तो आपकी यह पोस्ट सच मे कुछेक दशकों बाद चरितार्थ होती नज़र आएगी पर हम आपके इन विचारों को चरितार्थ नही न होने देंगे, हे हे!!<BR/><BR/>फ़ुरसतिया जी और ज्ञान दद्दा किधर हो, नींद नई खुली का आज!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4434550844276951229.post-36811691558878617282007-08-13T06:01:00.000+05:302007-08-13T06:01:00.000+05:30हे हे आज हम फुरसतिया चाचू और ज्ञानदद्दा से पहले टि...हे हे आज हम फुरसतिया चाचू और ज्ञानदद्दा से पहले टिपियाने पहुँच गए। <BR/><BR/>बाकी आपके बच्चों का तो कहना ही क्या, देश का भविष्य सुरक्षित हाथों में है, हम सुकून से मर सकते हैं। :)ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.com